जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
**पहले दिन हुई घट स्थापना**
**राम नवमी तक रोजाना चलेगा अनुष्ठान**
दंतेवाड़ा :- डंकनी तट पर स्थित भगवान श्रीराम मंदिर पर्णकुटी में रविवार को घट स्थापना के साथ ही चैत्र नवरात्रि पर्व का शुभारंभ हुआ। बस्तर धाकड़ क्षत्रिय राजपूत समाज द्वारा प्रस्तावित श्रीराम मंदिर निर्माण स्थल पर यह आयोजन किया जा रहा है। समाज प्रमुखों ने बताया कि श्रीराम नवमी तक रोजाना यहां अनुष्ठान चलता रहेगा।
**जनवरी में बनी पर्णकुटी**
दंतेवाड़ा में शक्तिपीठ मां दंतेश्वरी मंदिर के ठीक सामने पर्णकुटी में विराजमान भगवान राम जन आस्था का केंद्र बनने लगे हैं। घास-फूस से बनी पर्णकुटी सुनहरी आभा के साथ दमकती हुई दिखती है। बस्तर धाकड़ क्षत्रिय समाज ने इसी साल 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में यह पर्णकुटी बनाई। जन सहयोग से हरेक गांव से एक-एक गट्ठा घास मंगवाकर लकड़ी व बांस से यह पर्णकुटी तैयार की गई। वार्षिकोत्सव मनाने के बाद अब रोजाना यहां नियमित रूप से पूजा-पाठ होने लगा है।
**नगर का पहला राम मंदिर**
नगर में भगवान श्रीराम का यह पहला सार्वजनिक मन्दिर होने से जन आस्था का केंद्र बन गया है। इस जगह मंदिर के निर्माण से माँ दंतेश्वरी कॉरीडोर के छूट गए व उपेक्षित हिस्से की शोभा बढ़ेगी।
समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने अपना वनवास काल का ज्यादातर समय घास-फूस से बनी पर्णकुटी में ही बिताया था। चूंकि दंडकारण्य यानी वर्तमान बस्तर भी राम वन गमन पथ का प्रमुख हिस्सा रहा है, इसीलिए स्व प्रेरणा से समाज ने प्रारंभिक रूप से पर्णकुटी बनाकर ही समाज के आराध्य प्रभु श्रीराम को विराजमान करने का निर्णय लिया।
दंतेवाड़