बसना - पंचायत सचिव संघ पूरे प्रदेश में शासकीयकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023- 24 के मोदी की गारंटी में पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने का वायदा किया गया था लेकिन छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब तक मोदी की गारंटी पूरी नहीं हुई। मोदी की गारंटी पूरी नहीं होने के कारण पंचायत सचिव संघ विधानसभा घेराव करने सोमवार को पहुंचे थे। मंगलवार से पूरे प्रदेश में ब्लॉक मुख्यालय में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। इधर बसना विकास खंड के समस्त पंचायत सचिव जनपद पंचायत कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गये हैं। पंचायत सचिव संघ ने महात्मा गांधी के तैल चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्जवलन के साथ अनिश्चित काल के लिए धरने पर बैठ गये हैं।
गौरतलब हो कि पंचायत सचिव संघ के हड़ताल पर चले जाने से पंचायत एवं ग्राम के विकास कार्य प्रभावित होंगे। अभी पंचायत चुनाव को मात्र एक माह हुआ है। कई ग्राम पंचायतों में सरपंचों ने पदभार ग्रहण नहीं किया है। पंचायतों में सभी विकास कार्य ठप्प पड़े हुए हैं। गर्मी का मौसम प्रारंभ हो चुका है पेयजल की समस्या बढ़ गई है। अनेकों पंचायत ऐसे हैं जहां पर नल-जल योजना के तहत् टंकी का निर्माण हो चुका है परन्तु पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण पेयजल की समस्या विकराल होते दिखाई दे रही है।ऐसी परिस्थिति में ग्रामीणों के लिए भारी समस्या उत्पन्न हो गई है। पंचायत सचिवों के हड़ताल में जाने से प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, आयुष्मान कार्ड, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन,आवास का सर्वे,जन्म प्रमाणपत्र से लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र,मनरेगा सहित विभिन्न कार्य प्रभावित होंगे । पंचायत सचिव संघ बसना के अध्यक्ष नरेश कुमार पटेल ने बताया कि भाजपा के द्वारा विधानसभा चुनाव के समय वादा किया गया था कि पंचायत सचिवों का शासकीय करण किया जायेगा लेकिन सरकार के एक वर्ष बीत जाने के बावजूद अपने वादे से मुकर रही है। हमारी मांगों को छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पूरा नहीं करती है तो पंचायत सचिव कलम बंद हड़ताल पर जायेंगे। धरना स्थल पर हरिश्चंद्र मानिकपुरी, पुनीत पटेल, शशिभूषण प्रधान, लक्ष्मी डड़सेना, कृष्ण कुमार साहू, ललित भोई,देवधर चौहान,मतंग पटेल,ताजेश साहू, छोटे लाल चतुर्वेदी, देवराज चौधरी, मेघनाद पटेल, यशोदा चौधरी, मनोहर बंजारा, कैलाश साव के अलावा विकास खंड के सभी सचिव उपस्थित रहे।