सुनील यादव
गरियाबंद। जिले के तथा मुख्यालय के समीप लगातार चल रहे अवैध रेत परिवहन के खबर सामने आने के बाद शनिवार को खनिज विभाग ने खानापूर्ति करने पांच ट्रैक्टरों पर चलानी कार्यवाही की है। मालगांव के तरफ से रेत परिवहन कर रहे इन पांच ट्रैक्टर को जप्त कर सिटी कोतवाली थाना में खड़ा किया गया है।
बता दें कि अवैध रेत खनन को लेकर खनिज विभाग की कभी हाईवा ट्रक एवं चैन मोंटिन मशीन पर कार्यवाही नहीं देखी गई है। आखिर क्या माजरा है की खानापूर्ति के नाम पर चंद ट्रैक्टर पर ही कार्यवाही कर खनिज विभाग साबित कर देती है के उनके द्वारा अवैध रेत खनन को लेकर बहुत बड़ी कार्यवाही की गई है। ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देशानुसार 10 अक्टूबर तक नदी से रेत निकासी और खनन पूरी तरह प्रतिबंधित है फिर भी प्रशासन की शह पर जिले में कई स्थानों पर अवैध रेत खनन जारी है अलग-अलग क्षेत्रों से रोजाना इसकी खबर अखबार - मीडिया के माध्यम से सामने आ रही है। दूसरी ओर खनिज विभाग के अधिकारी कर्मचारी ठोस कार्रवाई करने के बजाय खानापूर्ति कार्यवाही करते नजर आ रहे हैं। शनिवार को इसी प्रकार की खानापूर्ति कार्यवाही जिला मुख्यालय में की गई है। अधिकारियों द्वारा मालगांव की तरफ से रेत भरकर आ रहे पांच ट्रैक्टरों पर कार्यवाही की गई है जबकि पिछले सोमवार से इस मार्ग में प्रतिदिन तकरीबन 50 से 100 ट्रैक्टर लगातार चल रही थी। मुख्यालय के समीप से ही रेत परिवहन पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे थे अब चंद ट्रैक्टर पकड़ी गई है तो लोग इसे सुनियोजित कार्यक्रम बता रहे हैं। नाम न बताने की शर्त पर ट्रैक्टर परिवहन क्षेत्र में कार्य करने वाले लोग ही इसे खानापूर्ति कार्यवाही बता रहे हैं। ज्ञात हो कि मुख्यालय में रेत उपलब्ध कराने एक मात्र स्थान पैरी नदी से रेत परिवहन को लेकर ट्रैक्टर संचालक और जिला प्रशासन आमने-सामने भी आ चुके हैं।
इस मामले में महीना भर ट्रैक्टर संचालकों ने काम भी बंद किया था । जिसके बाद अचानक से फिर से रेट परिवहन सहित सभी कार्य यथावत शुरू हो गए हैं ।