जानकारी के मुताबिक धमतरी जिले के मगरलोड ब्लाक अंतर्गत ग्राम नवागांव निवासी प्रधान पाठक कार्तिक राम साहू रोजाना की तरह सुबह 10 बजे स्कुल पहुचे और अपने रूटिंग काम में जुट गए थे। उनके साथ उनका ड्राइवर और दो अन्य युवक भी साथ आए थे। स्कुल पहुचने के बाद तीनो को प्रधान पाठक ने कुछ काम से गरियाबंद भेजा था। इसी दौरान उन्होने स्कुल के एक कमरे में गम्छा के सहारे फासी लगा ली, उस वक्त स्कुल में स्टाफ में से भीं कोई मौजुद नही था। कुछ देर बाद जब ड्राइवर और दोनो युवक वापस लौटे तो उन्होने प्रधान पाठक को फासी पर लटके देखा। तत्काल इसकी सुचना उन्होने गांव वालो और प्राचार्य के परिजनो को दी। ग्रामीणो की सुचना पर सीटी कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुची।
मौके पर पहुची पुलिस ने ड्राइवर सहित उनके साथ आए दो युवक प्रदीप कुमार सेन और गिरीष साहू से पुछताछ कर उनके ब्यान दर्ज किए। जिसके बाद ग्रामीणो की मौजुदगी में पंचनामा बनाकर शव को नीचे उतारा गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पीएम के बाद शव परिजनो को सौंप दिया गया।
इधर स्कुल के प्राचार्य द्वारा फासी लगाने की सुचना पर ग्राम कोदोबतर में सनसनी फैल गई। सीधे सरल व्यवहार के षिक्षक द्वारा उठाए इस कदम से ग्रामीण अचंभित हो गए। ग्रामीणो ने घटना को लेकर दुख व्यक्त किया। प्रधान पाठक के पुत्र दिलीप कुमार ने बताया कि कार्तिक राम साह 2009 से यहा पदस्थ थे, रोज गृह ग्राम नवागांव से अपनी कार के माध्यम से आना जाना करते थे। परिवार में सब कुछ ठीक था, फिर भी ऐसा कदम क्यो उठाया समझ नही आ रहा।
बीआरसी नागे से चर्चा करने पर उन्होने बताया कि सुबह 10ः40 को प्रधान पाठक द्वारा स्कुल संबंधी कार्य की जानकारी वाट्सअप पर भेजी गई थी। जिसके कुछ देर बाद उन्हे घटना की सुचना मिली। कोरोना संक्रमण के चलते स्कुल में अध्यापन कार्य बंद था इसके स्कुल संबंधी कामकाज का कोई दबाव नही था।
थाना प्रभारी विकास बघेल ने बताया कि घटना स्थल पर सोसाइड नोट नही मिला है। प्राथमिक पुछताछ में पता चला है कि प्रधान पाठक मानसिक रूप से परेषान था कुछ सालो से मनोविषेषज्ञ चिकित्स के पास इलाज करा रहे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।