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Monday, September 21, 2020

निजी स्कूलों द्वारा आनलाइन क्लास के नाम जबरिया फीस वसूली

अभिभावकों ने लगाया आरोप बिना पढ़ाये बच्चों से फीस के लिए दबाव 
प्राचार्य ने कहा हमारे हाथ में कुछ नहीं मामला प्रतिभा किड्स स्कूल बसना का..



बसना। शहर से लगे दो निजी स्कूलों में ट्यूशन फीस के नाम पर जबरिया फीस वसूली के लिए दबाव डाला जा रहा है। स्कूल प्रबंधन का हवाला देकर एक निजी स्कूल के प्राचार्य के द्बारा फीस के लिये दबाव बनाने का मामला सामने आया है।अभिभावकों के द्वारा  फीस कम किये जाने या रियायत दिये जाने की मांग सामने आ रही है।  अभिभावकों ने कोरोना काल में आर्थिक तंगी व बढ़ती महंगाई का हवाला दिया व हाईकोर्ट आदेश  के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया है।


बसना के एक निजी स्कूल द्वारा लगातार फीस वसूली को लेकर दबाव बनाया जा रहा है।   अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को कोरोना काल में आर्थिक तंगी का हवाला भी दिया है।लेकिन स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों की बातों को नजरअंदाज किया है।  अभिभावकों के कहना है कि निजी स्कूल द्वारा मनमानी तरीके से हाईकोर्ट के आदेश का दुरुपयोग किया जा रहा है। हाईकोर्ट ने ट्यूशन फीस को लेकर सहमति दी है बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन किश्तों  में फीस जमा करने दबाव बना रहा है। स्कूल प्रबंधन ने ट्यूशन फीस के साथ अन्य शुल्क भी एड कर दिया है।


अभिभावकों ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण व बढती बेरोजगारी व मंहगाई की समस्या के बीच परिवार  चलाना काफी मुश्किल हो गया है।ऐसे समय में स्कूल प्रबंधन के द्वारा प्राचार्य के माध्यम से दबाव बनाया जाना कतई उचित नहीं है। छ ग शासन शिक्षा विभाग के द्वारा सख्त निर्देश जारी किया गया है कि छत्तीसगढ़ के किसी भी स्कूल के द्वारा बच्चों से जबरन फीस वसूली नही की जायेगी। अगर किसी स्कूल के द्वारा फीस के लिए दबाव बनाया जाता है तो उसके विरूद्ध शिक्षा आचरण अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए पंजीयन निरस्त की जावेगी। 


अभिभावकों का बयान 

 

1.अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों को सिर्फ व्हाट्सएप पे नोट्स देकर आनलाइन पढ़ाई के नाम से पैसे की मांग ही जा रही है जब कि नर्सरी के बच्चों को आनलाइन पढ़ाई से कोई फायदा दिखाई नही देता है।  पिछले 02 महीने के बिना पढ़ाये फीस जोड़ा जा रहा है।  उक्त निजी स्कूल के  द्वारा पैसे के लिए सिर्फ  फॉर्मेलिटी निभाया जा रहा है तथा पढ़ाई के संबंध में पूछे जाने पर शिक्षकों द्वारा उचित जवाब नहीं दिया जाता ।फीस के बारे में पूछे जाने पर स्कूल फीस कहते हुए पल्ला झाड़ा जा रहा है।


2.अभिभावक गौरव अग्रवाल अपने दोनों बच्चों के आनलाइन पढ़ाई के संबंध में शिक्षकों से पूछने पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने पिछले वर्ष का रिजल्ट व टीसी की मांग की प्राचार्य द्वारा टीसी के बदले 

पैसा दो और टीसी ले जाओ या आवेदन करो तब हम टीसी देने की सोचेंगे कह कर फोन काट दिया तत्पश्चात अभिभावक द्वारा समिति के अपने नजदीकी सदस्यों को इस बारे से जानकारी दी तथा विवादों के बाद उन्हें अंतिम में स्कूल से रिजल्ट और टीसी प्राप्त हुई।


मेरे द्वारा फीस के लिए दबाव नहीं बनाया गया है। हाईकोर्ट के निदेर्शानुसार आॅनलाईन क्लास व ट्यूशन संबंधी फीस के लिए अवगत कराई गई है। 

मेहरून निशा खान, प्राचार्य, प्रतिभा किड्स स्कूल बसना 


निजी स्कूलों के द्वारा जबरन फीस वसूली नही किया जाना है। अगर फीस वसूली की गई है तो रसीद दिखाईये।उक्त स्कूल के खिलाफ नियमत: कार्रवाई की जायेगी। 

जे आर डहरिया, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी, बसना

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