सेवक दास दीवान
रायपुर। विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने गरियाबंद के जलसंसाधन विभाग द्वारा किए गए निर्माण कार्य
का मामला उठाया. उन्होंने बताया कि कैसे लीपापोती करके स्टॉप डेम में बोरी डालकर उसको आनन-फानन में रिपेयर कर दिया गया है. जिस पर उन्हें जवाब नहीं दिया गया है ।
इस पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने अधिकारी को भेजकर मॉनिटरिंग करने और जांच कराने की बात कही ।
धनेंद्र साहू ने कृषि मंत्री से पूछा कि जल संसाधन विभाग गरियाबंद के अंतर्गत स्टॉपडेम निर्माण हेतु कितनी राशि का ठेका किस एजेंसी को किस अवधि तक के लिए दिया गया था ? काम अभी तक पूरा हुआ की नहीं ? अगर काम पूरा हुआ तो क्या स्टापडेम बह गया है ?
इस पर किस अधिकारी के ऊपर कार्रवाई हुई है ?
कृषि मंत्री चौबे ने जवाब देते हुए कहा कि अगर धनेन्द्र साहू जी जाएंगे तो मैं संबंधित अधिकारियों को वहां भेज दूंगा और अपने हिसाब से काम करवा लेंगे । इस पर सदस्य ने कहा कि गरियाबंद के आगे देवभोग में भी कोई भी विभाग का अधिकारी इंस्पेक्शन के लिए साइड विजिट के लिए नहीं जाता, कृषि मंत्री ने कहा की में इएनसी अधिकारी को भेज दूंगा वह अधिकारी उसकी मॉनिटरिंग करेंगे और जांच करेंगे ।
15 अगस्त को जलसंसाधन विभाग की अनियमितता पर प्रमुखता से रिपोर्टर क्रांति के न्यूज़ एडिटर सुनील यादव गरियाबंद द्वारा प्रकाशन किया गया था
जिसमे कार्य अनियमितता की वास्तविकता को स्वयं विभाग के ही सब इंजीनियर द्वारा बखान करते हुए सारी खामियां गिनाई गई थी ।
और उसी जल संसाधन विभाग की स्टॉप डेम के कार्य में लीपापोती पर अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू द्वारा भी विधान सभा में सवाल उठाए गए हैं ।