सुनील यादव
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ प्रदेश एन.एच.एम. कर्मचारी संघ के आव्हान पर गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय जिला गरियाबंद एवं विकासखण्ड गरियाबंद में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत समस्त संविदा कर्मचारीयों द्वारा बैनर और तख्तीयां लेकर राज्य सरकार के विरूद्ध वादा खिलाफी का विरोध प्रदर्शित किया गया।
जैसा कि ज्ञापित है वर्तमान राज्य सरकार द्वारा चुनावी जनघोषणा पत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारीयों के नियमितिकरण का वादा किया गया है, किन्तु वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत ही प्रदेष में 2100 पदों पर नियमित भर्ती की जा रही है। जबकि जन घोषणा पत्र के वादों के अनुसार इन पदों पर वर्तमान कार्यरत एन.एच.एम. कमीर्यों का पहले समायोजन किया जाये तथा अन्य संविदा पदों के नियमितिकरण की प्रक्रिया भी तत्काल किया जाये यह एन.एच.एम. कमीर्यों की प्रमुख मांग है।
चुंकि वर्तमान परिवेष में पूरा विश्व कोरोना महामारी की मार से पीड़ित है इस संकटकालीन समय में भी समस्त संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने एवं अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर पूर्ण निष्ठा से कार्यरत हैं। उक्त मांग के संबंध में छत्तीसगढ़ प्रदेश एन.एच.एम. संघ के तत्वाधान में राज्य एवं समस्त जिला ईकाइयों द्वारा विभिन्न स्तर पर लगातार शासन एवं प्रशासन को मांग पूर्ण किये जाने के संबंध में ज्ञापन दिया जा चुका है किन्तु आज दिनॉक तक शासन के द्वारा किसी भी प्रकार का सकारात्मक रूझान नही मिला जिससे सभी एन.एच.एम. स्वास्थ्य कर्मचारीयों में घोर निराषा एवं आक्रोश व्याप्त है। कर्मचारीयों द्वारा बताया गया कि जब तक राज्य सरकार द्वारा हमारी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नही लिया जाता तब तक विरोध प्रदर्षन जारी रहेगा एवं निकट भविष्य में मांगो को लेकर प्रदेश के समस्त संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल/कामबंदी करने पर मजबूर होंगे।