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Tuesday, August 11, 2020

ट्रैक्टर संचालकों पर स्थानीय प्रशासन की कड़ाई, पालिका प्रशासन ने खड़े ट्रैक्टरों को तत्काल मैदान से हटाने दिए निर्देश, कार्यवाही में आरटीओ भी हुआ शामिल


सुनील यादव

गरियाबंद। लगातार रेत ढुलाई से नाराज ट्रैक्टर संचालकों के द्वारा किए जा रहे विरोध में पांच दिन बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आई और स्थानीय प्रशासन के साथ नगर पालिका व आरटीओ द्वारा कार्यवाही को लेकर गांधी मैदान पहुंचे, उपस्थित 70 ट्रैक्टर संचालकों ने अपनी ओर से कलेक्टर गरियाबंद के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर अपनी परेशानियों से अवगत कराया है ।

उपस्थित सभी ट्रैक्टर संचालकों को नगर पालिका सीएमओ सुश्री संध्या वर्मा ने कहा कि गांधी मैदान में खड़े किए गए सभी वाहनों को बिना अनुमति खड़ा किया गया है ट्रैक्टरों को खड़ा करने को लेकर नगर पालिका में  किसी तरह से कोई आवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया है । इसलिए मैदान में खड़े किए गए सभी वाहनों को तत्काल हटाने कहा गया । आरटीओ विभाग के लक्ष्मी प्रसाद मन्नेवार ने कहा कि कोई भी ट्रैक्टर रेत गिट्टी या अन्य ढुलाई के लिए पंजीयन नहीं है सभी ट्रैक्टरों का पंजीयन कृषि कार्य के नाम पर पंजीयन है, और कई वहां ऐसे हैं जिनमें नंबर भी नहीं लिखा गया है सभी ट्रैक्टरों में नम्बर लिखे जाने को कहा गया है ।

ट्रैक्टर संचालकों ने ज्ञापन में अपनी परेशानियों को बताते हुए कहा है कि सभी ट्रैक्टर मालिक कृषि कार्य के साथ साथ समय समय पर माल वाहक के रूप में निजी कार्य तथा शासकीय कार्य के लिए रेत गिट्टी एवं अन्य कार्य अपने निजी ट्रैक्टरों से उपयोग करते आ रहे हैं । वर्तमान में जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी में खनिज विभाग से अधिकृत कोई भी रेत खदान संचालित नहीं है ।

वर्तमान में जिला मुख्यालय एवं आसपास बहुत से शासकीय एवं गैर शासकीय निर्माण कार्य चल रहे हैं जिस निर्माण कार्यों में रेत की आवश्यकता पड़ती है, कोरोना कोविड-19 के चलते हम सबकी गाड़ियां लगभग 4 माह से खड़ी हुई है और वर्तमान में हम सभी का कृषि कार्य संपादित भी हो चुका है । कहीं-कहीं हमें रेत पूर्ति हेतु अपने निजी ट्रैक्टरों की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि खनिज विभाग के द्वारा अधिकृत कोई भी रेत खदान संचालित नहीं है जिससे सभी निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं । ट्रैक्टर संचालकों ने कहा कि मैदान में खड़े किए गए ट्रैक्टर किसी हड़ताल या आंदोलन के उद्देश्य से नहीं खड़ा किया गया है।


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